शिव सेना (उद्धव ठाकरे) के मुखपत्र ‘सामना’में किये गये दावा से महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आ गया है। सामना के दावे के बाद कांग्रस पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। बता दें कि सामना में दावा किया गया कि विधानसभा अध्यक्ष पद से नाना पटोले का इस्तीफा जल्दबाजी में लिया गया निर्णय था और यह गठबंधन के बाद एमवीए सरकार के पतन के मुख्य कारणों में से एक था।
महाराष्ट्र कांग्रेस को परेशान करने वाले मुद्दे हल होने चाहिए: पवार
गुरूवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजित पवार की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र कांग्रेस को परेशान करने वाले मुद्दों को हल किया जाना चाहिए, क्योंकि यह महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घटकों में से एक है। एमवीए में शिवसेना का उद्धव ठाकरे गुट, रांकापा और कांग्रेस शामिल हैं। अजित पवार ने बताया कि स्थिति को और साफ करने की आवश्यकता है। मुद्दों को हल किया जाना चाहिए।
एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार पर पवार का व्यंग्य
एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार द्वारा विज्ञापनों पर अधिक खर्च के बारे में पुछे जाने पर पवार ने कहा कि, आम लोगों की सरकार है अगर विज्ञापन नहीं लाए गए तो आम लोगों को उनके काम के बारे में पता नहीं चलेगा। अगर हाशिए पर पड़े तबके के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए उस पर पैसा खर्च किया जाए तो ठीक है। यह सरकार का काम है। सरकार की अपनी प्राथमिकताएं सही होनी चाहिए।