शिंदे गुट पर उद्धव ठाकरे ने तीखी प्रतिक्रीया देते हुए कहा की, ‘शिवसेना एक है। शिवसेना में कोई गुट नहीं है। जब से उद्धव सरकार का तख्ता पलट हुआ है तब से लेके अभी तक कुछ ना कुछ बातो से लेकेट महाराष्ट्र की राजनिती में कुछना कुछ चहल पहल देखने को मिल रही है। जिस में शिवसेना भी दो गुटे में बट गई है तभी उद्धव ठाकरे ने आज महाराष्ट्र के मातोश्री में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि शिवसेना एक है और एक रहेगी। यानी नाम लिए बिना उनका कहने का तात्पर्य यही था की, सिंदे गुट शिवसेना का हिस्सा नहीं है। हाला की उन्होंने सिंदे गुट का नाम लिई बिना शाब्दी हमला बोला था। राष्ट्र-विरोधी को अदालत में अयोग्य ठहराए जाने की संभावना है। एसा भी उद्धव ठाकरे ने कहा था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना एक है। मैं शिवसेना को किसी अन्य समूह के रूप में नहीं मानता। उन्होंने कहा कि शिवसेना अध्यक्ष का पद केवल बालासाहेब ठाकरे के लिए उपयुक्त है। इसलिए उनकी मृत्यु के बाद हमने इस पद को बरकरार रखा है। हम चुनाव आयोग की मंजूरी से पिछले कई सालों से इस पद पर हैं।
उद्धव ठाकरे ने आक्रामक रूप से कहा कि उन्हें पार्टी पर दावा करने का कोई अधिकार नहीं है। अगर अंधेरी पूर्व उपचुनाव नहीं लड़ना था तो शिवसेना पार्टी के चुनाव चिन्ह पर दावा क्यों? सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग में शिवसेना पार्टी और उसके सिंबल की लडाई जारी है। हम मांग करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में जल्द फैसला ले। चुनाव आयोग अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है। लेकिन, इन सभी राष्ट्र-विरोधी को अदालत में अयोग्य ठहराए जाने की संभावना है। उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि अगर ऐसा होता है तो बाकी बातों का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।