दिल्ली को नहीं मिला मेयर, सदन फिर से स्थगित; आप-भाजपा की लड़ाई जारी

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भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच टकराव के बीच दो असफल प्रयासों के बाद आज दिल्ली मेयर का चुनाव होना था। लेकिन फिर से आप और भाजपा बीच हंगामे के कारण चुनाव नहीं हो सका और एमसीडी हाउस अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है।

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) हाउस को तीसरी बार मेयर और उप मेयर चुनने के लिए बुलाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था। बता दे कि केजरीवाल की आप ने दिसंबर के चुनाव में भाजपा को हराया था। भाजपा ने 15 वर्षों तक राष्ट्रीय राजधानी के नागरिक निकाय पर राज किया था।

पहले 6 जनवरी और फिर 24 जनवरी दिल्ली मेयर चुनाव के लिए तय की गई थी लेकिन बीजेपी-आप पार्षदों की वजह से ये चुनाव नहीं हो सके। 6 थे जनवरी को आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने मनोनीत पार्षदों के पहले शपथ ग्रहण पर सवाल उठाया, जिसके बाद हंगामे के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया। 24 जनवरी को सभी पार्षदों को शपथ दिलाई गई, लेकिन उस दिन भी दिल्ली को मेयर नहीं मिल सका। ऐसे में आज मेयर, डिप्टी मेयर और एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का ही चुनाव होना था। लेकिन दिल्ली को आज मेयर नहीं मिला।

पीठासीन अधिकारी शर्मा ने घोषणा की कि इस प्रक्रिया में एल्डरमेन को मतदान करने की अनुमति दी जाएगी। आप सदस्यों ने घोषणा पर आपत्ति जताई। आप सदन के नेता मुकेश गोयल का कहना है कि मनोनीत सदस्य या एल्डरमैन केवल वार्ड कमेटी में मतदान कर सकते हैं, सदन की बैठकों में नहीं। वह इस मामले पर उच्च न्यायालय के पिछले मामलों से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करता है।

हंगामे को लेकर पीठासीन अधिकारी ने एमसीडी हाउस की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। बाद में सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हो गई और भाजपा सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने आप के दो विधायकों को चैंबर से बाहर जाने को कहा।

अब लगातार तीसरी बार हंगामे के बीच मेयर चुने बिना एमसीडी हाउस अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है।


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