पटना: राजद और कांग्रेस ने केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए कहा कि बेरोजगारी और महंगाई से निपटने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया और इसमें गरीब और मध्यम वर्ग के लिए कुछ भी नहीं है।
राजद नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्वीट किया, “भाजपा ने एक बार फिर बिहार को मूर्ख बनाया है, जिसने उसे 100 फीसदी सांसद दिए थे।” पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए तेजस्वी ने लिखा कि उन्होंने 2014 में किसानों के लिए दोगुनी आय और 2022 तक सबके लिए घर का वादा किया था। उन्होंने लिखा, “लेकिन 2023 आ गया, फिर भी उनकी जुमलेबाजी की आदत नहीं गई।”
राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि ‘अमृत बजट’ के नाम पर देशवासियों को जहर पिलाया गया है। गगन ने कहा, “मुद्रास्फीति और बेरोजगारी दो ज्वलंत मुद्दे हैं, जिन्हें नजरअंदाज कर दिया गया है। एलपीजी, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई छूट नहीं है। रेल किराया जो कई गुना बढ़ा दिया गया था और बुजुर्गों को सुविधाएं जो कोविड-19 महामारी के दौरान वापस ले ली गई थीं, उन्हें वापस नहीं लिया गया है। इस बजट में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के आवंटन में भी कटौती की गई है, जो उनकी गरीब विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।”
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने बजट को निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि टैक्स स्लैब में छूट प्रासंगिक हो सकती थी, अगर सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी नौकरी गंवाने वालों को रोजगार देने के लिए कुछ किया होता। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा, “विशेष दर्जा और पैकेज को भूल जाइए, बजट में बिहार के लिए कुछ नहीं है।”