बिहार के लोगों के लिए एक अच्छी खब़र है। बिहार के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीजों को अब गंभीर बिमारियों की दवाएं भी मिलेंगी। कैंसर और किडनी की बिमारियों की दवाएं भी बाहर से नहीं खरीदनी होगी। ये दवाएं सरकारी होस्पिटल में ही उपलब्ध कराई जाएगी।
300 तरह की दवाइयों को उपलब्ध कराया जाएगा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के अलग-अलग जिलों में सरकारी अस्पतालों में अब 300 तरह की दवाइयों को उपलब्ध कराया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार राज्य के सरकारी अस्पतालों में कैंसर, किडनी, मनोरोग और डायलिसिस जैसी गंभीर बिमारियों का इलाज कराने के दौरान अब दवाएं भी नि:शुल्क मिल सकती है। जबकि आने वाले दिनों में कुछ और गंभीर बिमारियों की दवाएं लोको को मुफ्त मुहैया कराने की व्यवस्था भी सरकार द्वारा की जा सकती है। सरकार द्वारा लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मिलें इस मामले में नई-नई योजनाओ पर विचार किया जा रहा है।
राज्य में शिशु मृत्यु दर और मातृत्व दर अधिक
एक मीडिया अहेवाल के अनुसार, बिहार में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की एक कोर कमिटी ने मुफ्त मिल रहीं दवाइयों पर मंथन किया था। इस दौरान ऐसी दवाइयां जिनकी खपत कम है उस पर चर्चा की गई और साथ ही जिन दवाइयों की जरूरत लोको को ज्यादा है उसकी सूचि भी बनाई गई। अब नई सूचि में लगभग 611 तरह की दवाएं रहेंगी। साथ ही महिलाओं ओर बच्चों की बिमारी से जुडीं दवाइयों पर विशेष मंथन हुआ। रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में शिशु मृत्यु दर और मातृत्व दर अधिक होने के कारण उस पर नियंत्रण लाने के प्रयास सरकार द्वारा किये जा रहें है।